मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में शासकीय तेंदूपतà¥à¤¤à¤¾ नीति के आरà¥à¤¥à¤¿à¤• कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ का विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के अंतरà¥à¤—त शोध करके इस निषà¥à¤•रà¥à¤· पर पहà¥à¤à¤šà¤¾ गया है कि मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ शासन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तेंदूपतà¥à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¹à¤£ संबंधी कई नीतियों à¤à¤µà¤‚ नियमों को बनाया गया है लेकिन उन नियमों का सही रूप से पालन नहीं हो पा रहा है। शासन सà¥à¤¤à¤° के कई अधिकारी à¤à¤µà¤‚ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ इस संगà¥à¤°à¤¹à¤£ कारà¥à¤¯ में लगे है किनà¥à¤¤à¥ शोध करते समय यह देखा गया है कि अनà¥à¤¸à¥‚चित जाति à¤à¤µà¤‚ जनजाति वरà¥à¤— के लोगों का आज à¤à¥€ शोषण हो रहा है à¤à¤µà¤‚ उनको उनकी मेहनत का पूरà¥à¤£ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤«à¤² आज à¤à¥€ नहीं मिल पा रहा है उनका तेंदूपतà¥à¤¤à¤¾ संगà¥à¤°à¤¹à¤£ के कारà¥à¤¯ में आज à¤à¥€ कई जगह शोषण हो रहा à¤à¤µà¤‚ शासन के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उनको जो पारिशà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• दिया जाता है वह à¤à¥€ काफी कम है।