भोपाल शहर की कामकाजी एवं गैर कामकाजी महिलाओं के बच्चों के समायोजन का अध्ययन | Original Article
प्रस्तुत शोधपत्र में भोपाल शहर के कामकाजी एवं गैरकामकाजी महिलाओं के बच्चों के समायोजन का अध्ययन किया गया। इस शोध कार्य में हमने भोपाल शहर के 05 विद्यालयों से 60 विद्यार्थियों को न्यादर्श के रूप में चुना है। जिसमें 30 कामकाजी एवं 30 गैरकामकाजी महिलाओं के बच्चों का समूह है। आंकड़ों के संकलन के लिए उपकरण के रूप में ए.के. सिंह का समायोजन मापनी का प्रयोग किया गया। प्रस्तुत शोध कार्य से हमें यह निष्कर्ष प्राप्त हुआ है कि उच्च स्तर के कामकाजी एवं गैरकामकाजी महिलाओं के बच्चों के समायोजन में सार्थक अन्तर होता है। तथा कामकाजी एवं गैरकामकाजी महिलाओं के बालकों के बच्चे समय से पूर्व समझदार, गम्भीर तथा उत्तरदायी हो जाते हैं। प्रतिकूल परिस्थितियों में अकेले तथा आत्मविश्वास पूर्वक जूझने की दृढ़ता उनमें आ जाती है। तथा वह प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अपने आप को समायोजित कर लेते हैं। बालिकाओं में बालकों की अपेक्षा अधिक समायोजन का गुण होता है।